ज्योतिष विद्या एक बहुत ही अद्भुत विद्या है। हमारे अनंत पुरखो ने इस विद्या के जरिये अपने जीवन को सुधारा है इसलिए इस विद्या को आज तक माना जाता है। ज्योतिषी के हिसाब से हमारी पृथ्वी पर 9 ऐसे रत्न पाए जाते है जिनमे इतनी शक्ति है की वो इंसान की ज़िन्दगी बदल सकते है। इनमे से एक ऐसा ही रत्न है पन्ना।
पन्ना एक बहुत ही खूबसूरत रत्न है। इसका गहरा हरा रंग इसकी खूबसूरती को चार चाँद लगा देता है। राजा महाराजो के वक़्त, शाही घराने के लोग पन्ना बहुत पहना करता थे। इसे शाही लोगो की चमक कहा जाता था।
ये बुद्ध ग्रह का रत्न होता है इसलिए आपका ये जानना बेहद जरूरी है कि ये रत्न किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं पहनना चाहिए और साथ ही इसे धारण करने वाले को इसे पहनने से किस प्रकार के लाभ या नुकसान हो सकते हैं।
पन्ना रत्न के फायदे और नुकसान - यहाँ जाने !! (Panna Ratna ke fayde aur nuksan)
ज्योतिष विद्या में पन्ना रत्न की बहुत महत्वता है। कहा जाता है की जो भी इंसान इसे पहनेगा उसे सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी । इसकी शक्ति बहुत ही प्रभावशाली होती है, जब इस रत्न को इस प्रकार पहना जाए की इसका एक हिस्सा आपकी त्वचा को छुए तो पन्ना आपको अनेक फायदे प्रदान करेगा।
पर इस रत्न के जितने फायदे है ये उतना ही नुकसान भी कर सकता है। ये सब आपकी जन्म कुंडली पर निर्भर करता है। इसलिए किसी भी रत्न को पहनने से पहले आपको अपने ज्योतिष से सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए। पन्ना रत्न तभी पहने जब वह आपके राशिफल के अनुरूप अनुकूल हो।
यहाँ हमने आपके लिए पन्ना रत्न के फायदे और नुकसान दोनों का उल्लेख किया है ताकि आपको इसकी क्षमता का अंदाज़ा हो सके।
Watch Us on YouTube @RASHIRATANBHAGYAOFFICIAL
पन्ना रत्न के फायदे (Panna ratna ke fayde)
यदि आप पन्ना रत्न पहनते है तो आपको निम्न सभी लाभ (Panna stone benefits in Hindi) प्राप्त हो सकते है:
- पन्ना रत्न इंसान की संचार कुशलता को बढ़ाता है । जिन लोगो को बात करने में हिचकिचाहट होती है उन्हें इस रत्न को धारण करना चाहिए । यह रत्न उनमे अपने आप पर भरोशे को बढ़ाएगा और अपने आप को सही तरीके से प्रस्तुत करने में उनकी मदद करेगा ।
- पन्ना पत्थर एक व्यक्ति की रचनात्मकता और कल्पना शक्ति को भी बढ़ाता है यही कारण है कि यह उन लोगों के लिए अत्यधिक अनुशंसित है जो कलात्मक पेशे में हैं।
- कहा जाता है कि मूल पन्ना पत्थर अपने वाहक को अंदर से आत्मविश्वास से भर देता है। यह व्यक्ति को आशावादी रखता है और आत्म-आश्वासन प्रदान करता है।
- पन्ना अपने सभी रूपों में बौद्धिक शक्तियों को लाता है, यह पहनने वाले को संतुलित विचार प्रदान करता है साथ ही यह व्यक्ति को सही निर्णय लेने के कौशल से नवाजता है |
- साथ ही साथ यह रत्न इंसान को अवधारणाओं को समझने और सीखने की क्षमता प्रदान करता है।
- पन्ना रत्न धारण करने वाले व्यक्ति की एकाग्रता में भी वृद्धि होती है। यही कारण है कि ज्योतिषी अक्सर लेखन, अभिनय, बहीखाता पद्धति, चिकित्सा, विज्ञान आदि जैसे क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को पन्ना पहनने का सुझाव देते हैं।
- इस खास रत्न की एक खूबी ये भी है की यह व्यक्ति के मन को शांत रखता है, उसे बुरी से बुरी स्थिति में भी शांतिपूर्ण मन से फैसले लेने में मदद करता है।
- यह खूबसूरत रत्न पहनने वाले को सद्भाव और समकालीनता की भावना से भी भर देता है। ऐसा माना जाता है कि जब सही प्रक्रिया के माध्यम से इस रत्न को धारण किया जाता है तो यह पत्थर "हृदय चक्र" को सक्रिय करता है, जो अंततः व्यक्ति को अपने साथी और प्रियजनों को बेहतर समझने में मदद करता है। यह प्रेम के द्वार को खोल देता है और रिश्तो में गहराई लाता है।
- पन्ने में इतनी शक्ति है की वो बुराई को इंसान के औरा से खिंच लेता है इसलिए कहा जाता है की जिन लोगों को चिंता रहती है और बुरे सपने आते हैं उन्हें पन्ना रत्न अवस्य धारण करना चाहिए। यह बुरे सपने के प्रभाव को कम करेगा और आपको बेहतर नींद लेने में मदद करेगा।
- ऐसा माना जाता है की पन्ना रत्न इतना शक्ति शाली है की ये इंसान की कई शारीरिक बीमारियों को भी ठीक कर देता है। यह पत्थर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, त्वचा पर एलर्जी के प्रभाव को कम करता है, और श्वसन समस्याओं के साथ-साथ भाषण विकारों में भी मदद करता है।
- अक्सर गर्भवती महिलाओं को भी इसे पेट पर नाभि के समक्ष पहनने की सलाह दी जाती है क्यूंकि यह न केवल मां और बच्चे के स्वास्थ्य को बनाये रखने में मदद करेगा बल्कि प्रसव पीड़ा को भी कम करेगा।
- ये रत्न धारण करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और बुद्धि का तेजी से विकास होता है।
- अगर आपका हाजमा अच्छा नहीं है तो इसे पहनने से आपको लाभ मिलेगा।
- इस रत्न को पहनने से नौकरी और व्यापार में सफलता मिलती है।
- पन्ना धारण करने से वाणी प्रभावशाली होती है और आपके अधूरे सपने पूरे होने लगते हैं।
- इस रत्न के घर में होने से ही अन्नपूर्णा का वास होता है और संतान सुख मिलता है।
- अगर मिथुन राशि वाले जातक पन्ना रत्न धारण करे तो पारिवारिक परेशानियाँ कम होती है।
- कन्या राशि वाले जातक ये रत्न धारण करे तो व्यापार, नौकरी, शासकीय कार्यों में लाभ पहुंचता है।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से पन्ना धारण के लाभ:
- बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि - विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए लाभकारी होता है।
- व्यापार और वित्तीय मामलों में सफलता – व्यापारियों और लेखाकारों के लिए शुभ।
- वाणी में मधुरता और प्रभावशीलता – वक्ताओं, वकीलों, लेखकों और कलाकारों के लिए उपयोगी।
- नर्वस सिस्टम को संतुलित करता है – मानसिक तनाव और चिड़चिड़ेपन में राहत मिलती है।
- बुध दोष निवारण – कुंडली में पाप बुध, अशुभ दशा या अंतरदशा में राहत मिलती है।
पुखराज रत्न - किसे पहनना चाहिए, किसे नहीं, इसे पहनने के नियम, फायदे और नुकसान
पन्ना रत्न के नुकसान (panna ratna ke nuksan)
हर इंसान अलग अलग नक्षत्रो में पैदा होता है, और यही नक्षत्र यह तय करते है की कोनसा धातु या रत्न उनके लिए सही है। जिनके नक्षत्र पन्ना रत्न के खिलाफ में होंगे उनपर इस रत्न का उल्टा प्रभाव कुछ इस तरह से पड़ेगा:
- ज्योतिषियों के अनुसार पन्ना अत्यधिक मानसिक तनाव पैदा करेगा और मन की स्थिरता को असंतुलित कर देगा।
- एक और बड़ा नकारात्मक प्रभाव यह पड़ सकता है कि यह पहनने वाले को तुच्छ और अर्थहीन चीजों के पीछे व्यस्त कर दे ।
- यह आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में भी बहुत उथल-पुथल पैदा करने की समता रखता है। हो सकता है की इसके प्रभाव के कारण आप अपने सभी पारिवारिक रिश्तों में बहुत अशांति देखें।
- इसका उल्टा प्रभाव इतने भी हो सकता है की यह पहनने वाले के स्वास्थ्य पर भयावह परिणाम डाले। यह पत्थर धीरे-धीरे आपकी शारीरिक स्थिति को खराब कर सकता है और आपको आंतरिक रूप से अक्षम बना सकता है। यह जानलेवा मानसिक बीमारी भी पैदा कर सकता है ।
- इस रत्न से नकारात्मक प्रभवा आपकी वित्तीय स्थितियों पर भी हो सकते है।
गोमेद रत्न - किसे पहनना चाहिए, किसे नहीं, फायदे और नुकसान व धारण करने की विधि
पन्ना कौन-कौन सी राशि वालों को पहनना चाहिए? (kon si rashi walo ko panna ratna pahnana chahie)
पन्ना (Emerald) रत्न बुध ग्रह से संबंधित होता है, और इसे उन्हीं लोगों को पहनना चाहिए जिनकी कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थिति में हो या बुध के प्रभाव को बढ़ाना आवश्यक हो। पन्ना सभी को नहीं सूट करता, इसलिए योग्य ज्योतिषी से कुंडली देखकर ही पहनना चाहिए।
मिथुन राशि (Gemini) – बुध की स्वराशि
- मिथुन राशि के स्वामी स्वयं बुध होते हैं।
- पन्ना इस राशि वालों को आत्मविश्वास, बुद्धिमत्ता और वाणी में सुधार देता है।
- शिक्षा, लेखन, व्यापार और संप्रेषण कौशल में वृद्धि होती है।
कन्या राशि (Virgo) – बुध की दूसरी स्वराशि
- कन्या राशि वालों के लिए पन्ना अत्यंत लाभकारी होता है।
- यह मानसिक संतुलन, स्वास्थ्य और निर्णय क्षमता बढ़ाता है।
- विशेष रूप से बुध की महादशा या अंतरदशा में उपयोगी।
वृषभ राशि (Taurus)
- वृषभ राशि के लिए पन्ना तब उपयुक्त होता है जब बुध कुंडली में शुभ भावों में हो, जैसे द्वितीय, पंचम, नवम या दशम भाव में।
- आर्थिक लाभ, व्यवसाय में सफलता और वाणी में सुधार होता है।
तुला राशि (Libra)
- बुध तुला राशि में मित्र ग्रह होता है।
- व्यापार, सौंदर्य, फैशन, संगीत और मीडिया से जुड़े लोगों को लाभ देता है।
मकर और कुंभ राशि (Capricorn & Aquarius)
- इन राशियों में बुध पंचम या नवम भाव में हो तो पन्ना शुभ फल देता है।
- शिक्षा, करियर और संप्रेषण में सहायता करता है।
राशि रत्न क्या है? जानें कौन सा रत्न किस राशि के लिए है फायदेमंद
किसे पन्ना रत्न नहीं पहनना चाहिए (Kise Panna Ratna Nahi Pehne Chahiye)
हमारा ये जानना भी बेहद ज़रूरी है कि किन लोगों को ये रत्न नहीं पहनना चाहिए।
- मेष (Aries), कर्क (Cancer), वृश्चिक (Scorpio), मीन (Pisces) राशि वालों को पन्ना पहनने से पहले बहुत सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि बुध इन राशियों में कमजोर या शत्रु हो सकता है।
- यदि बुध कुंडली में छठे, आठवें या बारहवें भाव में हो, तो पन्ना पहनना उल्टा असर कर सकता है।
नीलम रत्न - किसे पहनना चाहिए, किसे नहीं, फायदे और नुकसान व धारण करने की विधि
पन्ना रत्न पहनने की विधि (panna ratan pehne ki vidhi)
पन्ना रत्न को धारण करने के लिए सोने या चांदी की अंगूठी का चयन करना उत्तम माना जाता है। इस रत्न को विशेष रूप से बाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली, यानी कनिष्ठा में पहनना शुभ फलदायक होता है। बुधवार का दिन इसे धारण करने के लिए सर्वाधिक अनुकूल होता है, क्योंकि यह बुध ग्रह से संबंधित है। रत्न धारण करने से पूर्व इसे गंगाजल या शुद्ध दूध में कुछ समय तक रखकर शुद्ध करना चाहिए, जिससे इसकी सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो सके। यह प्रक्रिया मानसिक शांति, बुद्धिमत्ता और संप्रेषण कौशल में वृद्धि के लिए सहायक मानी जाती है।
धारण करने का सही दिन और समय:
- दिन: बुधवार
- समय: प्रातः 5 से 9 बजे के बीच, शुक्ल पक्ष में (चंद्रमा के बढ़ते चरण में)।
रत्न की शुद्धता और गुणवत्ता:
- पन्ना 5 कैरेट या उससे अधिक वजन का होना चाहिए (व्यक्ति की राशि और आवश्यकता अनुसार)।
- रत्न बिना दरार, दाग, या बादलों के एकदम पारदर्शी और हरे रंग का होना चाहिए।
- सर्वोत्तम पन्ना कोलंबिया, ज़ाम्बिया, या ब्राजील का माना जाता है।
धातु का चयन:
- सोना या चांदी दोनों ही शुभ मानी जाती हैं, परंतु सोने में धारण करना अधिक प्रभावशाली होता है।
- कुछ विशेष दशाओं में पंचधातु भी उपयोग की जा सकती है (ज्योतिषीय सलाह अनुसार)।
शुद्धिकरण विधि:
- धारण करने से पहले पन्ना युक्त अंगूठी को एक कटोरी में रखें जिसमें गंगाजल, दूध, तुलसी के पत्ते और केसर हो।
- इसे 20–30 मिनट तक उसी में रखें।
- इसके बाद साफ पानी से धो लें।
मंत्र जाप और प्रार्थना:
- धारण करते समय निम्न मंत्र का 108 बार जप करें:
- ॐ बुं बुधाय नमः
- इस दौरान शांत मन से भगवान विष्णु या गणेश जी का ध्यान करें।
उंगली और हाथ का चयन:
- पन्ना बाएं हाथ की कनिष्ठा (छोटी उंगली) में धारण करें (यदि आप दाहिने हाथ से लिखते हैं)।
- बाएं हाथ के लोग दाहिने हाथ की कनिष्ठा में पहन सकते हैं।
अन्य सावधानियाँ:
- पन्ना पहनने के बाद पहले 21 दिन उसका प्रभाव महसूस किया जाता है — यदि नकारात्मक संकेत मिलें तो तुरंत उतार दें और ज्योतिषी से परामर्श लें।
- पन्ना को गर्मी और रसायनों से बचाएं, क्योंकि यह नाजुक रत्न है।
- इसे नियमित रूप से हल्के गंगाजल से साफ करते रहें।
लहसुनिया रत्न - किसे पहनना चाहिए, किसे नहीं, पहनने के नियम, फायदे और नुकसान
पन्ना धारण करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें:
- इसे योग्य ज्योतिषी से कुंडली विश्लेषण के बाद ही धारण करें।
- पन्ना खरा, बिना दरार और चमकदार होना चाहिए।
- धारण करते समय "ॐ बुं बुधाय नमः" मंत्र का 108 बार जप करें।
अगर आप चाहें, तो मैं आपकी कुंडली के आधार पर यह देख सकता हूँ कि पन्ना आपके लिए उपयुक्त है या नहीं — क्या आपके पास अपनी जन्मतिथि, समय और स्थान है?
पन्ना धारण करने के नियम (Panna Stone Dharan Karne ki Vidhi)
ज्योतिषों का मत है कि पन्ना सदैव चांदी या सोने में ही जड़वाना चाहिए और बुधवार के दिन हाथ की सबसे छोटी उंगली में ही धारण करना चाहिए।इसी के साथ पन्ना रत्न सूर्योदय से लगभग 10 बजे तक ही धारण करना चाहिए। ज्योतिषों के अनुसार अगर ये रत्न सोने में धारण किया जाय तो शुभ माना जाता है। पन्ना हमेशा कम से कम सवा 7 कैरेट का होना चाहिए और याद रखिये कि इसे पहनने से पहले एक रात के लिए गंगाजल, शहद, मिश्री, और दूध के घोल में डुबोकर रख दें ,उसके बाद बुधवार के दिन इसे निकाल कर धूप दीप दिखाएं और "ऊं बुं बुधाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप कर धारण कर लें।
माणिक रत्न - किसे पहनना चाहिए, किसे नहीं, फायदे, नुकसान और धारण करने की विधि
नोट- आप जब भी पन्ना रत्न धारण करें तो एक अच्छे ज्योतिषी से पूछ कर ही धारण करें।
FAQ's
Que. पन्ना रत्न किस उंगली में पहने
Ans. पन्ना रत्न को आमतौर पर छोटी उंगली में पहना जाता है। यह रत्न बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और इसके सही लाभ पाने के लिए इसे सोने या चांदी की अंगूठी में जड़वाकर पहनना चाहिए। इससे बुधवार के दोपहर 12 से 2 बजे के बीच पहनने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।
Que. पन्ना रत्न पहनने का मंत्र
Ans. "ओम् बुं बुधाय नमः" (Om Bum Budhaya Namah)
मोती - किसे पहनना चाहिए, किसे नहीं, इसे पहनने के नियम, फायदे और नुकसान