ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में स्थित ग्रहों की दशा व्यक्ति के निजी जीवन को प्रभावित करती है। यदि ग्रहों की दशा खराब हो या कोई ग्रह जातक की कुंडली के गलत घर में विराजमान हों तो ऐसी परिस्थिति में जातक को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पडता है। जैसे धन की हानि, खराब स्वास्थ्य, गृह क्लेश इत्यादि। इस प्रकार की समस्याओं के समाधान हेतु ज्योतिषि किसी राशि रत्न को पहनने की सलाह देते हैं, परंतु राशि रत्न पहनने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि गलत रत्न धारण करने से नुकसान हो सकता है।

मिथुन राशि के लिए जन्म रत्न (mithun rashi ke liye konsa janm ratna)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी वर्ष के 21 मई से लेकर 21 जून के मध्य जन्म लेने वाले जातक मिथुन राशि के माने जाते है। मिथुन राशि के अधिकांश जातक मिलनसार प्रवृत्ति के होते हैं और अपने मित्रों तथा परिवारजनों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। इस राशि के जातक चतुर, जिज्ञासु, और बातचीत में अत्यंत कुशल होते हैं। इस राशि के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं और जिस भी क्षेत्र में वे कार्य करते हैं उसमें अपनी एक अलग पहचान बनाते हैं। मिथुन राशि के लोग अक्सर जल्दबाजी में फैसले करते हैं जिसकी वजह से उनको खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। “मिथुन” राशि चक्र की तृतीय राशि है। इस राशि का स्वामी बुध ग्रह को माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह को बृद्धि, रचनात्मकता और शुभ कार्यों को सफल करने वाला ग्रह माना जाता है। बुध ग्रह व्यापार तथा कैरियर में तरक्की प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है। यदि किसी जातक की कुडंली में बुध ग्रह शुभ स्थान पर विराजमान हो तो ऐसा व्यक्ति की बुद्धि, संवाद शैली, व्यापार, तथा आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है। परंतु यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुद्ध ग्रह कमजोर हो या कुंडली के विपरीत भाव में विराजमान हो तो उससे गलत परिणाम भी प्राप्त होते हैं। इस प्रकार के बुरे प्रभावों को कम करने हेतु आप किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर अपनी राशि से संबंधित राशि रत्न को धारण कर सकते हैं।

मिथुन राशि के लिए भाग्यशाली राशि रत्न (mithun rashi ke liye bhagyashali ratna)

यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि ज्योतिषियों द्वारा मिथुन राशि वाले जातकों को कौन से राशि रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है-

पन्ना

पन्ना जिसे एमरल्ड के नाम से भी जानते हैं मिथुन राशि का प्रमुख राशि रत्न है। इसका गहरा हरा रंग इस राशि के जातकों के लिए शुभ माना जाता है। इसके ज्योतिषीय प्रभाव इस राशि के जातकों के जीवन में सुख, समृद्धि एवं तरक्की लाते हैं। पन्ना रत्न का स्वामी बुध ग्रह को माना जाता है। इसको धारण करने से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न पहनने वाले जातक की बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है और आत्मविश्वास, एकाग्रता, और स्मरण शक्ति बढ़ती है। इसको पहनने वाले को धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता और जीवन में कभी भी सुख-सुविआओं की कमी नहीं होती। इसके अतिरिक्त इस रत्न को धारण करने से त्वचा, नेत्र, फेफड़ों और रीढ की हड्डी से संबंधित रोगों से निजात मिलती है।

मिथुन राशि के लिए अन्य भाग्यशाली राशि रत्न (mithun rashi ke liye anya bhagyashali ratna)

पन्ना के अलावा मिथुन राशि के जातकों के लिए कई अन्य राशि रत्न भी बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं। यहां हम आपको उनके के बारे में संक्षेप में बताने जा रहे हैं-

नीलम

मिथुन राशि वाले जातक नीलम रत्न को भी धारण कर सकते हैं। नीलम रत्न इस राशि वाले व्यक्तियों को तनाव, सिरदर्द एवं व्यग्रता से राहत देता है। इस रत्न को पहनने से व्यापार तथा नौकरी में तरक्की होती है। सरकारी नौकरी में कार्यरत लोगों के लिए भी यह रत्न बहुत भाग्यशाली सिद्ध होता है।

गोमेद

मिथुन राशि वाले जातको को गोमेद धारण करने से भी कई प्रकार के लाभ होते हैं। गोमेद शरीर में रक्त संचार को बढ़ाता है और पहनने वाले को तनाव, तथा अनिद्रा से मुक्ति दिलाता है। इसके अलावा गोमेद रत्न धारण करने से आर्थराइटिस तथा जोड़ों के दर्द से भी मुक्ति मिलती है। यह रत्न पहनने वाले व्यक्तियों को अलजाइमर एवं डिमेंशिया आदि बीमारियों से बचाने में भी सहायक साबित होता है।

अगेट

मिथुन राशि वाले जातको को ज्योतिषियों के द्वाराअगेट रत्न भी धारण करने की सलाह दी जाती है। इस रत्न को पहनने वाले के बुद्धि एवं साहस में बढ़ोतरी होती है। इस रत्न को पहनने से पारिवारिक रिश्तों में मिठास आती है और व्यापार में लाभ होता है। ये चमत्कारी रत्न पाचन तंत्र से संबंधित रोगों से निजात दिलवाने में मदद करता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है।

अमेथिस्ट

मिथुन राशि वाले जातको के लिए जामुनिया रत्न पहनना भी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। अमेथिस्ट को धारण करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। यह रत्न पहनने वाले व्यक्ति के शरीर के सभी चक्रों पर असर करता है व्यक्ति को रोगों तथा विकारों से बचाता है। यह रत्न पहनने वाले व्यक्तियों को त्वचा संबंधी रोगों से लड़ने में भी मदद करता है।

मिथुन राशि के पुरुषों के लिए भाग्यशाली रत्न (mithun rashi ke purush ke liye bhagyasali ratna)

मोती

मिथुन राशि वाले पुरूषों के लिए मोती को सर्वश्रेष्ठ रत्न माना जाता है। यह रत्न धारण करने वाले व्यक्तियों को कब्ज, अनिद्रा, तपेदिक, एवं हृदय रोगों से मुक्ति मिलती है। मोती पहनने से सुंदरता बढ़ती है और चेहरे पर तेज आता है। मोती पहनने से बुद्धि और याद्दाश्त में बढ़ोतरी होती है और मानसिक रोगों से भी छुटकारा मिलता है। इस रत्न को धारण करने से धन, यश एवं वैभव में भी वृद्धि होती है। मोती रत्न छात्रों, बौद्धिक कार्यों तथा पर्यटन से जुडे व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होती हैं।

मिथुन राशि की महिलाओं के लिए भाग्यशाली रत्न (mithun rashi ke mahila ke liye bhagyasali ratna)

चन्द्रकांत मणि

मिथुन राशि वाली महिलाओं के चंद्रकांत मणि जिसे मूनस्टोन के नाम से भी जानते हैं अत्यंत लाभदायक रत्न है। वैदिक ज्योतिष में इसको “भाग्य का पत्थर” भी कहा जाता है। यह रत्न पहनने वाले व्यक्ति को दुर्घटना एवं नकारात्मक शक्तियों से बचाता है। यह वैवाहिक संबंधों को मजबूत करता है। यह रत्न वजन घटाने में सहायक है और अनिद्रा को दूर करता है। यह रत्न पहनने वाले व्यक्तियों की आध्यात्मिकता को बढ़ाता है। इस रत्न को पहनने वाले व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है और दुस्वपन नहीं आते हैं।