सफेद पुखराज सफेद या रंगहीन रूप में आता है परन्तु इसकी चमक की वजह से यह बिलकुल हीरे की तरह देखता है। यह बहुमूल्य रत्न फीका दिखता है या यूँ कहे की रंगहीन और पारदर्शी रूप में आता है, लेकिन इसकी सुंदरता विस्मयकारी और आकर्षक है। ऐसा माना जाता है कि यह सम्मोहक रत्न शुक्र ग्रह को सशक्त बनाता है। इसे पहनने वाले को जीवन की कठिन परिस्थितियों से लड़ने में भी मदद करता है।
सफेद पुखराज बहुमूल्य रत्नों में से एक है। सफेद पुखराज की उत्पत्ति कोरंडम खनिज परिवार से हुई है। सफेद पुखराज का मुख्य स्रोत श्रीलंका है। हालाँकि, यह दीप्तिमान रत्न कुछ अन्य स्थानों जैसे मध्य पूर्व, एशिया के कुछ हिस्सों, अफ्रीका आदि में भी पाया जाता है, ध्यान देने योग्य तथ्य यह है कि यह अत्यंत दुर्लभ है! साथ ही इसकी ज्योतिष विद्या में महत्वता और इस रत्न की ऊर्जाओं पर लोगो का विश्वास इसे एक अत्यंत ही मूल्यवान रत्न बनाता है।
ऐसा मन जाता है की यह रत्न जीवनशैली, करियर, स्वास्थ्य और रिश्ते के मामले में बहुत सारे लाभ लेकर आता है। इसके अलावा, जब हीरे के वैकल्पिक रत्न की बात आती है, तो विशेषज्ञ सफेद पुखराज की ही सिफारिश करते है। इसलिए आज हम जानेंगे इस चमत्कारी रत्न के बारे में, सफ़ेद पुखराज किसे पहनना चाहिए, किसे इस रत्न को पहनने से पहरेज करना चाहिए, सफ़ेद पुखराज के क्या फायदे है और क्या नुकसान हो सकते है व् पुखराज को धारण करने की विधि क्या है।
सफेद पुखराज पहनने के फायदे (Safed pukhraj ke fayde)
सफ़ेद पुखराज एक शानदार बहुमूल्य रत्न है, जो आभूषण की दुनिया में एक महान योगदान देता है। माना जाता है कि सफेद पुखराज में शुक्र ग्रह का सकारात्मक प्रभाव होता है। और यह रत्न इसे पहनने वाले के जीवन को सकारात्मकता से भर देता है। शुक्र के समान स्वरूप और समान शासक ग्रह के कारण, सफेद पुखराज रत्न का उपयोग अक्सर हीरे के विकल्प के रूप में किया जाता है। प्राकृतिक सफेद पुखराज भाग्य और आकर्षण का पत्थर हैं और चूंकि शुक्र शासक ग्रह है, इसलिए यह पत्थर आपके लिए सुंदरता, विलासिता और यौवन लाएगा।
ज्योतिष शास्त्र में सफेद पुखराज पत्थर को बहुत शक्ति और शांति का रत्न माना जाता है। इसके कई ज्योतिषीय लाभ, आध्यात्मिक गुण और स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यह रत्न आपकी ऊर्जाओं के साथ संरेखित होता है और सकारात्मकता को आपके माध्यम से प्रवाहित करता है। साथ ही, इस रत्न की तरंगें नकारात्मक ऊर्जाओं को सकारात्मक ऊर्जाओं के रूप में और आपके पक्ष में काम करने में बदल देंगी।
सफ़ेद पुखराज के फायदे और क्या क्या हैं? सफेद पुखराज धारण करने के लाभ यहाँ जाने
यह रत्न पहनने वाले के जीवन में आत्मविश्वास, शांति, धन, बेहतर स्वास्थ्य और वैवाहिक आनंद लाने में मदद करता है। जब स्वास्थ्य की बात आती है, तो सफेद पुखराज पहनने वाले को स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने में मदद करने के लिए विभिन्न बीमारियों से लड़ता है।
सफ़ेद पुखराज रत्न शुक्र ग्रह को मजबूत करके पहनने वाले के वित्तीय, व्यक्तिगत और व्यावसायिक मुद्दों को संबोधित करने में भी मदद करता है।
वित्तीय और सामाजिक स्थिति में सुधार:
सफ़ेद नीलम पहनने वाले के जीवन में प्रचुरता और विलासिता को आकर्षित करने में मदद करता है। इसलिए, यदि आप वित्तीय सफलता का लक्ष्य रखते हैं, तो सफ़ेद पुखराज रत्न के साथ अपनी उपयुक्तता के बारे में किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। दूसरे शब्दों में, सफ़ेद पुखराज पहनने वाले की वित्तीय और सामाजिक स्थिति को अगले स्तर तक ले जाने में मदद करता है। सफेद पुखराज पहनने के बाद आप सफलता के साथ अपने जीवन में अविश्वसनीय अवसरों और आय के स्रोतों को आकर्षित करने की उम्मीद कर सकते हैं। यह पत्थर धन, प्रचुरता और सफलता का पत्थर है। यह चमकदार पत्थर आपके लिए समृद्धि लाएगा और आपको आर्थिक रूप से अधिक स्थिर होने में मदद करेगा।
रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को बढ़ावा देता है:
क्या आप अपनी कल्पना और रचनात्मक शक्तियों को बढ़ावा देना चाहते हैं? फिर, सफ़ेद पुखराज रत्न आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। एक प्रामाणिक सफेद पुखराज रत्न नवीन विचारों पर विचार-मंथन करके पहनने वालों को रचनात्मक क्षेत्र में जाने में मदद करता है।यह रत्न आपके दिमाग की शक्ति और सूझ बुझ को बढ़ावा देता है व आपकी कल्पना का विस्तार करके, आपकी रचनात्मकता कौशल को बढ़ाने के लिए भी जिम्मेदार है।
वैवाहिक आनंद प्रदान करता है और रिश्ते को मजबूत बनाता है:
यह रत्न आपके रिश्तों के लिए भी फायदेमंद है। यह आपके निकटतम संबंधों में सामंजस्य और स्थिरता लाएगा, उन्हें गहरा करेगा। ऐसा माना जाता है कि सफेद पुखराज किसी के वैवाहिक जीवन में संघर्ष और अशांति को भी दूर करता है। यह विवाह में प्यार और शांति वापस लाने में मदद करता है।
नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव:
जब आप सफ़ेद पुखराज धारण करेंगे तो इस रत्न की सकारात्मक उर्जायें आपको घेर लेंगी और कवच की तरह आपकी रक्षा करेंगी। आप किसी भी दुर्घटना से सुरक्षित रहेंगे जिससे मृत्यु या कोई नुकसान हो सकता है। साथ ही, बुरी आत्माओं, हेक्स, शाप और बुरी नज़र जैसी नकारात्मक ऊर्जाओं से आपकी रक्षा करते हुए, सफ़ेद पुखराज रत्न आपको अन्य लोगों की नकारात्मक ऊर्जाओं से भी बचाएगा।
सफेद पुखराज पत्थर के उपचार गुण
सफेद पुखराज रत्न के गुण, व्यक्ति को शारीरिक रूप से भी ठीक करने की क्षमता रखते हैं। यह पत्थर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करेगा। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली हमें हानिकारक विषैले जीवाणुओं से बचाती है। यह रत्न आपकी प्रजनन प्रणाली कार्य से संबंधित किसी भी समस्या का भी इलाज करने में मददगार होगा। ऐसा मन जाता है की इस रत्न को धारण करने से पुरुषों और महिलाओं दोनों में बांझपन की समस्या को ठीक किया जा सकता है। खासकर, जिन महिलाओं को गर्भधारण में परेशानी हो रही हो, यानी गर्भपात हो रहा हो, उन्हें इससे फायदा हो सकता है।
साथ ही, इस रत्न की उर्जायें तंत्रिका तंत्र को मजबूत करेगी और पिट्यूटरी ग्रंथि और पाचन तंत्र के कार्य को बनाए रखेगी। यह किडनी संबंधी विकारों में भी सहायता करेगा।
सफेद पुखराज के नुकसान (Safed pukhraj ke nuksan)
सफ़ेद पुखराज रत्न बहुत ही सकारात्मक रत्न है हालाँकि यदि आप इस रत्न को गलत तरीके से पहनेंगे या बिना शुद्धिकरण इसे पहनेंगे तो हो सकता है आपको इसके नकारात्मक ऊर्जाओं का सामना करना पड़ जाए।
सफ़ेद पुखराज से नुक्सान ओर भी विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है जैसे कि रत्न की गुणवत्ता, इसे पहनने का तरीका, या व्यक्ति का समग्र स्वभाव। सफ़ेद पुखराज के नुकसान क्या हो सकते है, यहाँ जाने :-
- सबसे पहले तो आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है यदि यह पहनने वाले के ज्योतिषीय चार्ट के लिए उपयुक्त नहीं है। इससे पाचन तंत्र, तंत्रिका तंत्र और त्वचा समेत अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
- माना जाता है कि सफेद पुखराज कुछ व्यक्तियों के वित्तीय मामलों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे व्यापार या निवेश में नुकसान हो सकता है। और आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- कुछ मामलों में, सफेद पुखराज पहनने से व्यक्तिगत संबंधों में गलतफहमी या संघर्ष हो सकता है, खासकर जीवनसाथी या साथी के साथ।
सफ़ेद पुखराज कौन पहन सकता है? (safed pukhraj kaun pehen sakta hai)
ज्योतिषी के अनुसार सफेद पुखराज रत्न का शासक ग्रह शुक्र है। यदि आपकी जन्म कुंडली में शुक्र नकारात्मक स्थिति में है तो आपको सफेद पुखराज रत्न पहनना चाहिए। इस रत्न को धारण करने से आपके जीवन से सारी नकारात्मकता दूर हो जाएगी और आपको शुक्र की कृपा प्राप्त होगी। शुक्र प्रेम, आकर्षण, सौंदर्य और स्त्री ऊर्जा का ग्रह है। इसलिए यह रत्न धारण करना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा।
किसे पहनना चाहिए सफ़ेद पुखराज ? किन राशि के जातको के लिए सफ़ेद पुखराज पहनना शुभ है ?
भारतीय ज्योतिष के अनुसार, वृषभ और तुला राशियों के लिए प्राकृतिक सफेद पुखराज रत्न की सिफारिश की जाती है। इन् राशियों के अधीन जन्म लेने वाले लोग भी इस रत्न को धरना कर सकते है। ऐसा माना जाता है की सफेद पुखराज मकर, मिथुन, कुंभ और कन्या राशियों के लिए भी अनुकूल है।
किन्तु, सुंदर सफेद पुखराज सहित कोई भी रत्न पहनने से पहले किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी या पंडित की सलाह लेना अति आवश्यक है। विशेषज्ञ की सलाह के अनुकूल ही अपने रत्न की खरीदारी करें ताकि आप उतने ही रत्ती का रत्न ले जितना की आपके लिए उचित हो।
किसे नहीं पहनना चाहिए सफेद पुखराज रत्न?
आपके लिए यह जानना भी जरूरी है - किसे नहीं धारण करना चाहिए सफेद पुखराज?
वैदिक ज्योतिषी के अनुसार कुछ राशियों के जातकों को सफ़ेद पुखराज बिलकुल धारण नहीं करना चाहिए। माना जाता है की सिंह, मकर और कुंभ राशि के व्यक्तियों को यह रत्न पहनने से बचना चाहिए। इन् राशियों के लिए यह रत्न नुकसानदायक हो सकता है।
साथ ही इस बात पर भी ध्यान दे की आप सफ़ेद पुखराज को किसी ओर रत्न के साथ पहन रहे है तो इन् दोनों रत्नो की आपसी समंजश क्षमता सकारात्मक है या नहीं। दो रत्नो का आपसी तेल मेल बैठना जरूरी है। यह उन् दोनों रत्नो पर और उनके शासक गृह पर निर्भर करेगा की उन् दोनों को साथ पहनना ठीक है या नहीं। ज्योतिषिओं के अनुसार आपको एक से ज्यादा रत्न धारण नहीं करने चाहिए, यदि आप करते है तो सलाह से करें और दो से ज्यादा रत्न न पहने एक बार में।
सफेद पुखराज धारण करने की सम्पूर्ण विधि (safed pukhraj dharan karne ki vidhi)
सफेद पुखराज धारण करने की विधि जानना अत्यंत आवश्यक है चूँकि आपको किसी भी रत्न को पूर्ण विधि अनुसार ही धारण करना चाहिए। विधि पूर्वक धारण करने से आपको सफ़ेद पुखराज के सम्पूर्ण लाभ मिलेंगे। पर ज्योतिषीय के अनुसार सफेद पुखराज कैसे पहनें? यह किसी भी रत्न से संबंधित सबसे महत्वपूर्ण प्रश्नों में से एक है, क्योंकि किसी रत्न का प्रभाव काफी हद तक उसे पहनने की प्रक्रिया पर निर्भर करता है। दूसरे शब्दों में, यदि आप सफेद पुखराज के केवल सकारात्मक प्रभाव प्राप्त करना चाहते हैं या अधिकतम परिणाम प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस संबंध में सही प्रक्रिया का पालन करना आवश्यक है।
सफेद पुखराज रत्न केवल सफेद सोने या चांदी के साथ ही अनुकूल है। आपको रत्न को इस प्रकार से पहनना चाहिए की ये आपसे हमेसा जुड़ा रहे इसलिए इसे आप अपनी पसंद के अनुसार पेंडेंट या अंगूठी के रूप में पहने। जब सफेद पुखराज की अंगूठी की बात आती है, तो आपको इसे अपने दाहिने हाथ की मध्यमा या अनामिका में पहनना चाहिए।
ध्यान दें कि सफेद पुखराज रत्न पहनने के लिए शुक्रवार की शाम आदर्श या सबसे सही समय है। सफेद पुखराज शुक्ल पक्ष के सूर्यास्त के समय धारण करना चाहिए।
सही दिन और समय के अलावा आपको रत्न की सफाई और स्फूर्ति का भी ध्यान रखना चाहिए। सफेद पुखराज पहनने की प्रक्रिया में गाय का कच्चा दूध, गंगा जल, घी, शहद और तुलसी के पत्तों की आवश्यकता होती है। अपने रत्न को एक पतीले में रख इन् सभी चीजों को एक एक कर डालें। 5-10 मिनट के लिए कटोरे में रखें रहने दे, फिर बाहर निकालें, पानी से साफ करें और सफ़ेद पुखराज को सक्रिय करने के लिए इसके मंत्र का 108 बार जाप करें। जब आप आखरी बार मंत्र का जाप कर रहे हो तब अपने रत्न को पहन ले।
।। ओम शुं शुक्राय नमः।।