महाशिवरात्रि का पावन अवसर माता पार्वती और महादेव के दिव्य बंधन का प्रतीक है। इस दिन महादेव, देवो के देव, वैराग्य छोड़ कर विवाह जीवन में बंध गए थे। फाल्गुन के माह में मनाने जाने वाला यह उत्सव हिन्दुओं के लिए एक बहुत बड़ा दिवस है। इस दिन महादेव और पार्वती के बंधन को मनाने हेतु लोग उनकी आराधना करते है। माना जाता है की इस दिन जीवन और संसार से अंधकार और अज्ञान दूर होता है। शिव जो की दुनिया केकण कण में बसे है वही पार्वती चेतना है। माना जाता है की इस दिन जो भी शिव-गौरा की आराधना मन से करता है उनकी मनचाही मनोकामना पूर्ण होती है। ऐसा भी माना जाता है की इस दिन भगवन शिव का रुद्राक्ष पहनना अत्यंत शुभ होगा। रुद्राक्ष शिव के अक्ष है। शिव महापुराण और कई हिन्दू ग्रंथो में रुद्राक्ष का वर्णन किया गया है।
जब भगवान शिव करुणा के क्षण में रोये, तो उनके आंसू पृथ्वी पर गिरे और जम कर रुद्राक्ष में बदल गये। रुद्राक्ष शब्द भी दो शब्दों से बना है - रुद्र (भगवान शिव) और अक्ष (आँसूं)।
रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में बहुत प्यार और सम्मान दिया जाता है और मुख्य रूप से जप, प्रार्थना और ध्यान के लिए उपयोग किया जाता है। रुद्राक्ष विभिन्न आकारों, आकृतियों और कटों (जिन्हें मुख के नाम से जाना जाता है) में पाए जाते हैं। ये रुद्राक्ष 1 से 16 मुखी श्रेणियों में पाए जा सकते हैं। विभिन्न मुख या कट रुद्राक्ष के महत्व और विशिष्ट उद्देश्यों को तय करते हैं। यदि आप रुद्राक्ष के फायदे पाना चाहते है और अपनी ज़िन्दगी को सकारात्मकता से भरना चाहते है, इस पावन दिन पर शिव-गौरा के आशीर्वाद से रुद्राक्ष धारण करें।
परन्तु आपको कौनसा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए? कौनसा रुद्राक्ष आपके लिए शुभ होगा? हर रुद्राक्ष की अपनी खासियत है परन्तु आपको वही रुद्राक्ष धारण करना चाहिए जो आपके राशि के अनुसार आपके लिए पहनना अनुकूल हो।
राशि के अनुसार कौनसा रुद्राक्ष पहने (राशि के अनुसार रुद्राक्ष / rashi anusar rudraksha pahnana chahie)
मेष - मेष राशि वालों के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष पहनना होगा शुभ। 3 मुखी रुद्राक्ष पर अग्नि देव का आशीर्वाद है। यह रुद्राक्ष पहनने वाले को काले जादू से सुरक्षित रखता है। यह व्यक्ति के आत्म-सम्मान के विकास में सहायता करता है। यह पहले के कर्मों के कारण उत्पन्न बाधाओं को कम करने में सहायता करता है और पिछले दुष्कर्मों के कारण उत्पन्न तनाव से राहत देता है। तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले के मन और शरीर दोनों पर शांत प्रभाव डालता है साथी ही, उपलब्धि हासिल करने में सहायता करता है।
वृषभ - वृषभ राशि के जातको को छह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। छह मुखी रुद्राक्ष के देवता भगवान कार्तिकेय हैं। यदि आप 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं और इसकी विधि-विधान से पूजा करते हैं, तो आपको भगवान कार्तिकेय की अनूठी कृपा प्राप्त होगी। परिणामस्वरूप, जीवन की सभी कठिनाइयाँ अपने आप दूर हो जाती हैं। यह रुद्राक्ष इसे पहनने वाले व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है। छह मुखी रुद्राक्ष पहनने से मानसिक शांति, शक्ति और सभी विधाओं में कुशलता आती है।
मिथुन - मिथुन राशि के जातकों के लिए चार मुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ होगा। 4 मुखी रुद्राक्ष पर सभी देवों के गुरु भगवान ब्रह्मा का आशीर्वाद है। आपकी विचार प्रक्रिया और अंतर्दृष्टि को गहरा करते हुए, प्राकृतिक चार मुखी रुद्राक्ष आपके दिमाग पर एक शांत प्रभाव पैदा करेगा जिससे आप उच्च स्व से मिलने के लिए अपने अवचेतन में गहराई से गोता लगा सकेंगे। रुद्राक्ष पहनने वाले पर हमेशा शांत प्रभाव डालता है। इस रुद्राक्ष की सकारात्मक आभा आपके सारे दुख, चिंता, अवसाद, तनाव को ख़त्म कर देगी।
कर्क - 2 मुखी रुद्राक्ष कर्क राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। दो मुखी रुद्राक्ष अपर भगवन अर्धनारेश्वर का आशीर्वाद है। सर्वोच्च शक्ति, निर्माता और संहारक, शिव और ब्रह्मांड की माता शक्ति का एकीकरण 2 मुखी को सबसे शक्तिशाली मनका बनाता है। यह रुद्राक्ष आपके आत्मविश्वास और सम्मान को बढ़ाकर आपके व्यक्तित्व का विकास करेगा व् भावनात्मक संतुलन और अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने का उत्साह प्रदान करना।
इतना ही नहीं, 2 मुखी रुद्राक्ष शिव पार्वती के विवाह बंधन का प्रतीक है और इसे पहनने वाले को उसी प्यार और सहयोग का आशीर्वाद देता है। इससे विवाहित जोड़ों के बीच आपसी स्नेह बढ़ता है; व् यह समझ, सद्भाव और एकजुटता को बढ़ाता है, जिससे उन्हें वैवाहिक जीवन में आनंद भर जाए।
सिंह - सिंह राशि वालों के लिए 12 मुखी रुद्राक्ष शुभ माना गया है। बारह मुखी रुद्राक्ष पर सूर्य देव का आशीर्वाद है। जो भी इस रुद्राक्ष को धारण करेगा उसकी ज़िन्दगी में तेजस्विता, चमक, तेज, यौवन और ऊर्जा की बढ़ोत्तरी होगी। यह रुद्राक्ष कुंडली में सूर्य के नकारात्मक प्रभाव से उत्पन्न विकारों जैसे दाहिनी आंख की समस्या, हड्डियों और मानसिक चिंता के उपचार में सहायता करता है। इससे नेतृत्व और प्रबंधन क्षमताओं में उल्लेखनीय सुधार भी होता है।
कन्या - कन्या राशि के जातको के लिए चार मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ होगा। ब्रह्मा को वेदों की आत्मा माना जाता है, यही कारण है कि चार मुखी रुद्राक्ष मन की सुंदरता का उपयोग करने की क्षमता प्रदान करता है। 4 मुखी रुद्राक्ष स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए सबसे अच्छा रुद्राक्ष है। 4 मुखी की ब्रह्मांडीय ऊर्जा व्यक्तियों में महत्वपूर्ण ऊर्जा के स्तर को बढ़ाती है और शरीर को कई घातक बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है। यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि रुद्राक्ष की माला में किसी व्यक्ति को शारीरिक रूप से ठीक करने के साथ-साथ उसे मानसिक रूप से आराम देने की भी शक्ति होती है।
तुला (Tula rashi ko konsa rudraksha dharan karna chahiye) - तुला राशि वालों को छह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। जो लोग छह मुखी रुद्राक्ष पहनते हैं उनमें आत्म-मूल्य की भावना अधिक होती है। उन्हें भगवान कार्तिकेय की वीरता का वरदान प्राप्त है। यह उपयोगकर्ता के लिए अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य की प्राप्ति के साथ-साथ जीवन में किसी भी समस्या को दूर करने में भी सहायता करता है। छह मुखी रुद्राक्ष किसी व्यक्ति के पिछले पापों को साफ़ कर सकता है। बहुत से लोग पूर्व अपराधों के परिणामस्वरूप जीवन में समस्याएँ झेलते हैं। छह मुखी अतीत की सभी बुराइयों को जला सकती है।
वृश्चिक - वृश्चिक राशि के जातकों के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ होगा। तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अग्नि देव संतुष्ट होंगे। जब ३ मुखी रुद्राक्ष धारण कर इसके साथ ध्यान किया जाता है, तो प्रबुद्ध जीवन और मन के रहस्य स्पष्ट हो जाते हैं। अग्नि स्वतंत्रता, गुण, बलिदान, जिम्मेदारी और जीवन का प्रतिनिधित्व करता है व् धधकती आग की लपटें ही इंसान को गर्म रखती हैं। इसी प्रकार, इस रुद्राक्ष को पहनने से एक आरामदायक जीवन प्राप्त होता है जो आत्म-आश्वासन और अपराधहीनता की भावनाओं से युक्त होता है।
धनु - पंचमुखी रुद्राक्ष धनु राशि वालों को पहनना चाहिए। 5 मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव ने भगवान कालाग्नि रुद्र के रूप में आशीर्वाद दिया है। शिव का यह रूप अग्नि और समय को एक साथ स्थापित करने वाला है। आपको शक्ति और इच्छाशक्ति प्रदान करते हुए, यह रुद्राक्ष आपके आत्म-विश्वास को बढ़ाएगा और आपकी कल्पना, रचनात्मकता के साथ-साथ अंतर्ज्ञान शक्तियों को भी बढ़ाएगा। आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक जोखिम उठाने में सक्षम होंगे और अपनी परिस्थितियों का प्रबंधन करना जानते होंगे। ऐसा माना जाता है कि इस रुद्राक्ष को पहनने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, जिससे उपयोगकर्ता बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी हो जाता है।
मकर - मकर राशि वालो के लिए सात मुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ होगा। कहा जाता है कि 7 मुख वाला 7 मुखी रुद्राक्ष देवी लक्ष्मी का प्रतिनिधित्व करता है और इसमें कामदेव, सात पौराणिक सांपों के साथ-साथ सप्तऋषि की शक्तियां भी शामिल हैं। यह रुद्राक्ष बेहतर पाचन में सहायता करता है और पेट को स्वस्थ रखता है। प्राकृतिक 7 मुखी रुद्राक्ष में उपचार गुण होते हैं, यह आध्यात्मिक यात्रा में मदद करता है और मन को स्थिर रखता है। एक असली सात मुखी रुद्राक्ष आपके लिए भाग्य और प्यार लाएगा।चूंकि रुद्राक्ष की माला पर देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद होता है, इसलिए यह रुद्राक्ष आपके लिए धन और संपत्ति लाएगा |
कुंभ (kumbh rashi walo ko konsa rudraksha pehna chahiye) - कुम्भ राशि के जातक के लिए सात मुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ होगा । इस रुद्राक्ष पर देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद है और इसलिए जो भी यह रुद्राक्ष पहनेगा उसके जीवन में धन धन्य का सुख प्राप्त होगा। इस मनके को धारण करने वाले व्यक्ति का दिमाग नए दृष्टिकोणों के लिए खुलता है; रचनात्मकता और संचार कौशल, दोनों में वृद्धि होती है। सप्तमुखी रुद्राक्ष आपके निकटतम रिश्तों में सद्भाव और प्रेम बढ़ाकर आपके संबंधों को ओर गहरा करेगा। शारीरिक रूप से, यह रुद्राक्ष आपके हृदय को मजबूत करेगा और रक्त प्रवाह को नियंत्रित करेगा।
मीन - मीन राशि वालों को पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी गयी है। भगवान कालाग्नि रुद्र, जो भगवान शिव एक अवतार है इस रुद्राक्ष पर उनका आशीर्वाद है। भगवान कालाग्नि रुद्र अपने उग्र स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उन्हें अग्नि तत्व के साथ दुनिया का संहारक या निर्माता माना जाता है। वह हर चीज़ को जलाकर राख से हर चीज़ को नए सिरे से बना सकता है। इसलिए, पांच मुखी रुद्राक्ष को सबसे महत्वपूर्ण प्रकार का रुद्राक्ष मनका कहा जाता है। इसकी उग्र प्रकृति के कारण इसे संभालना कठिन हो जाता है।
यह रुद्राक्ष आपको शक्ति और इच्छाशक्ति प्रदान करके आपके आत्म-विश्वास को बढ़ाएगा। यह आपकी कल्पना शक्ति को भी बढ़ाएगा। आर्थिक रूप से, 5 मुखी रुद्राक्ष बढ़ने में मदद करेगा और सफलता दिलाएगा। 5 मुखी रुद्राक्ष रिश्तों में प्यार भी बढ़ाता है।