ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आकाशीय ग्रहों का प्रभाव मनुष्य के निजी जीवन एवं स्वास्थ्य पर भी पड़ती है। इन ग्रहों की दशा को जानने हेतु जन्म कुंडली का प्रयोग किया जाता है। यदि कुंडली में ग्रहों की दशा खराब हो या कोई ग्रह किसी जातक की कुंडली के गलत घर में विराजमान हों तो ऐसी परिस्थिति में जातक को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पडता है। जैसे धन की हानि, खराब स्वास्थ्य, गृह क्लेश इत्यादि। इस तरह की समस्याओं के समाधान हेतु ज्योतिषि किसी खास राशि रत्न को पहनने की सलाह देते हैं। लेकिन राशि रत्न पहनने से पहले किसी प्रतिष्ठित ज्योतिषी से सलाह अवश्य लेनी चाहिए क्योंकि गलति रत्न धारण करने से नुकसान भी हो सकता है।
कर्क राशि
“कर्क” राशि चक्र की चौथी राशि है। जून 21 से जुलाई 22 के मध्य जन्म लेने वाले जातक कर्क राशि के माने जाते है। कर्क राशि का प्राकृतिक तत्व ‘जल’ को माना जाता है। सामान्यतः कर्क राशि के जातक बेहद समझदार,वफादार एवं भावुक प्रवृत्ति के होते हैं। ये अपने आस-पास के लोगों की भावनाओं को बहुत अच्छे से समझते हैं एवं सभी के साथ बढ़िया तालमेल बिठा कर चलने वाले होते हैं। इस राशि के जातक काफी मददगार एवं उदार हृदय वाले व्यक्ति होते हैं। जलीय तत्व की अधिकता होने के कारण इस राशि के लोगों कई बार गुस्सैल एवं चिड़चिड़े भी हो सकते हैं। कर्क राशि का स्वामी ‘‘चंद्र’’ ग्रह को माना जाता है।
ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा मजबूत स्थिति में हो अनुकूल भाव में विराजमान हो तो जातक को इसके सकारात्मक फल प्राप्त होते हैं। प्रबल चंद्रमा के चलते जातक मानसिक रूप से सुखी रहता है और उसकी मनोस्थिति भी मजबूत रहती है। वह छोटी-मोटी समस्याओं से विचलित नहीं होता है और अपने विचारों एवं फैसलों पर जातक संदेह नहीं करता है। इसके विपरीत जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा प्रतिकूल स्थिति में विराजमान होते हैं उनको गुस्सा अधिक आता है, और आत्मबल कमजोर होता है और स्मृति भी क्षीण हो जाती है। इन सब समस्याओं के समाधान हेतु ज्योतिषी निम्नलिखित रत्नों को पहनने की सलाह देते हैं-
कर्क राशि वालों को कौन सा रत्न पहनना चाहिए
यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि ज्योतिषियों द्वारा कर्क राशि वाले जातकों को कौन से राशि रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है-
कर्क राशि के लिए मुख्य राशि रत्न
कर्क राशि वाले जातकों के लिए मोती एवं पुखराज मुख्य राशि रत्न माने जाते हैं। इस राशि के जातकों कों इन रत्नों को धारण करने से कई प्रकार के ज्योतिषीय लाभ प्राप्त होते हैं।
मोती - मोती रत्न को चंद्रमा से संबंधित सबसे मुख्य रत्न माना जाता है अतः यह कर्क राशि के जातकों के अत्यंत लाभदायक एवं शुभ राशि रत्न है। इसको पहनने से कैरियर एवं व्यापार से संबंधित परेशानियों का निवारण होता है। मानसिक शांति मिलती है और पारिवारिक संबंध मधुर होते हैं। इस रत्न को धारण करने से उच्च रक्तचाप, हृदय रोग एवं पेट की तकलीफों से भी निजात मिलती है।
पुखराज - पुखराज रत्न भी कर्क राशि वाले जातकों के लिए एक बहुत ही प्रभावशाली रत्न है। इस रत्न को पहनने से कर्क राशि वाले व्यक्तियों को अनिद्रा, तनाव तथा अवसाद से मुक्ति मिलती है। इसको पहनने से एकाग्रता बढ़ती है और बुद्धि तेज होती है। पुखराज रत्न धारण करने से परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है और कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता।
कर्क राशि के लिए अन्य भाग्यशाली राशि रत्न
ऊपर बताए गए दो मुख्य रत्नों के अलावा कर्क राशि के जातक नीचे दिए गए अन्य राशि रत्नों को भी धारण करके कई प्रकार के ज्योतिषीय लाभ प्राप्त कर सकते हैं-
मूंगा - मूंगा रत्न धारण करने से कर्क राशि के जातकों का वैवाहिक जीवन मधुर बनता है और गृह क्लेश से मुक्ति मिलती हैं। इस रत्न को धारण करने से घर में अपार धन एवं वैभव आता है और आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता। यह रत्न धारण करने से जातक की नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होती है और कैरियर और व्यापार में तरक्की होती है। मूंगा रत्न धारक को बुखार, सिरदर्द और हृदय रोगों से भी बचाता है।
फिरोजा - कर्क राशि वाले जातकों के लिए फिरोजा रत्न धारण करना भी बहुत ही लाभदायक सिद्ध होता है। इस रत्न को धारण करने से अवसादा उच्च रक्तचाप एवं थकान से मुक्ति मिलती है। इसको पहनने से जातक की शारीरिक और मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा इस रत्न को धारण करने से रचनात्मकता और आध्यात्मिकता भी बढ़ती है।
लहसुनिया - कर्क राशि वाले जातकों को अक्सर ज्योतिषी लहसुनिया जिसको कैट्स आई के नाम से भी जाना जाता है पहनने की सलाह भी देते है। इस रत्न को धारण करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है और मानसिक तनाव घटता है। इसके अलावा ये रत्न शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार सिद्ध होता है। ये रत्न पाचन तंत्र को सुधारता है और त्वचा रोगों से भी बचाता है।
पन्ना - कर्क राशि वालों के लिए पन्ना रत्न भी बहुत ही शुभ फल प्रदान करने वाला रत्न है। इस रत्न को पहनने से व्यक्ति को अपार धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और समाज में सम्मान एवं उच्च पद प्राप्त होता है। पन्ना धारण करने से क्रियाशीलता और रचनात्मकता में वृद्धि होती है अतः ये रत्न कलाकारों और व्यापारियों के लिए बहुत ही फायदेमंद सिद्ध होता है। ये रत्न नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मकता का संचार करता है। ये रत्न पहनने से फेफडों और त्वचा के रोगों और कई प्रकार की एलर्जी से छुटकारा मिलता है।
मिथुन राशि के पुरुषों के लिए भाग्यशाली रत्न
माणक - कर्क राशि वाले पुरूषों के लिए माणक रत्न धारण करना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है और इससे उनको कई प्रकार के ज्योतिषीय लाभ मिलते हैं। इस रत्न को धारण करने से शरीर में रक्त संचार में वृद्धि होती है और नेत्र रोगों से छुटकारा मिलता है। माणक रत्न धारण करने से आत्मविश्वास और साहस में भी वृद्धि होती है और दिमाग तेज होता है।
मिथुन राशि की महिलाओं के लिए भाग्यशाली रत्न
चंद्रकांत मणि - कर्क राशि वाली महिलाओं को ज्योतिषियों के द्वारा अक्सर चंद्रकांत मणि या मूनस्टोन धारण करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह रत्न सीधे तौर पर चंद्रमा से जुड़ा हुआ है और उसके ज्योतिषीय असर को बढ़ाता है। ये रत्न मस्तिष्क को शांत करता है और भ्रम को दूर करता है। इस रत्न को धारण करने से शरीर में हार्मोनल बैलेंस बना रहता है। इसके अलावा ये रत्न सोरायसिस और बालों के झडने की समस्या को भी ठीक करने में सहायक है। ये रत्न महिलाओं को मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं से भी छुटकारा दिलाता है।